आरबीआई ने हाल ही में 4 एनबीएफसी पर लोन देने के नियम तोड़ने के कारण इनके लोन स्वीकृति और वितरण पर 21-10-24 से रोक लगा दी है। RBI BAN NBFCS FOR UNFAIR LOAN PRACTICES

ये एनबीएफसी हैं: 1. आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस लिमिटेड - चेन्नई  2. आरोहन फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड - कोलकाता   3. डीएमआई फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड - नई दिल्ली  4. नवी फिनसर्व लिमिटेड - बेंगलुरु

इन पर बैन क्यों लगाया गया: क्योंकि ये एनबीएफसी अपने लोन पर जरूरत से ज्यादा ब्याज लेने और लोन वापसी के निर्धारित नियमों का पालन नहीं कर रही थीं। मतलब, ये सूदखोरों जैसे काम करते हुए पकड़ी गई हैं।

एनबीएफसी नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कॉर्पोरेशन ऐसी संस्थाएं होती हैं जिन्हें आरबीआई कुछ बैंकिंग सेवाओं के संचालन के लिए लाइसेंस देती है, पर ये बैंकों की तरह मांग  वाली जमाएं स्वीकार नहीं कर सकती।

एनबीएफसी की लोन प्रक्रिया की दो प्रमुख बुराइयां हैं: 1. इनकी ब्याज दर ज्यादा होती है, कुछ तो 28 प्रतिशत तक ब्याज चार्ज करती हैं।   2. ये कंपनियां उधार लेने वाले की चुकाने की क्षमता नहीं देखती, जबकि बैंक ऐसा करते हैं, जिससे एनबीएफसी से लोन लेने वाला व्यक्ति कर्ज के बोझ में दबता जाता है।

आरबीआई समय-समय पर इन पर कार्रवाई करती है। ऐसी ही कार्रवाई की अपेक्षा क्रेडिट कार्ड के ब्याज पर भी होनी चाहिए।

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