Stock Market Scam

Insider Trading A Stock Market Scam क्या है?

Stcok Market Scam की इस श्रृंखला में आज हम बात करेंगे (INSIDER TRADING) इंसाइडर ट्रेडिंग की। यह क्या होती है?, यह कैसे की जाती है?, इससे किसको फायदा होता है?, और खुदरा निवेशक इससे कैसे बच सकते हैं।इंसाइडर ट्रेडिंग Stock Market Scam है जिसमें कुछ व्यक्ति जो किसी कंपनी के प्रबंधन या अन्य तरीकों से जुड़े होते हैं, वे उस कंपनी की गोपनीय जानकारी का उपयोग कर उसके स्टॉक्स में ट्रेडिंग करते हैं और नियमों के खिलाफ लाभ कमाते हैं। इस प्रक्रिया में खुदरा निवेशकों को नुकसान होता है।

इसे एक उदाहरण से समझते हैं। जैसे कि ABC कंपनी को कोई बहुत बड़ा ऑर्डर मिलने वाला है या उसका किसी अन्य कंपनी में मर्जर होने वाला है। यह जानकारी गोपनीय होती है, लेकिन इस गोपनीय जानकारी की सूचना कंपनी के प्रबंधन से जुड़े व्यक्तियों या कुछ कर्मचारियों को होती है।

वे इस जानकारी का उपयोग करके उस कंपनी के स्टॉक्स, जो अभी 200 रुपये पर चल रहे हैं, को बड़ी मात्रा में खरीदते हैं। जब यह जानकारी वास्तव में मीडिया में फैलती है, तो उस कंपनी के स्टॉक्स की कीमत मांग बढ़ने से बढ़ जाती है और स्टॉक का मूल्य 350 रुपये हो जाता है।

इसमें जिन व्यक्तियों ने पहले से शेयर खरीद रखे हैं, वे उच्च कीमत पर अपने शेयर बेचकर लाभ कमाते हैं। जबकि खुदरा निवेशक उच्च कीमत पर स्टॉक खरीदकर उस कंपनी में अपना निवेश फंसा लेते हैं, जिससे उन्हें रिटर्न में नुकसान होता है। इस प्रकार, इस तरीके की ट्रेडिंग को इंसाइडर ट्रेडिंग के नाम से जाना जाता है।

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इंसाइडर ट्रेडिंग का उदाहरण

सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज2009 में सत्यम के संस्थापक रामालिंगा राजू ने कंपनी की वित्तीय स्थिति में गड़बड़ी की। उन्होंने अपने शेयरों की कीमत को प्रभावित करने के लिए गोपनीय जानकारी का उपयोग किया। जब यह मामला सामने आया, तो SEBI ने जांच की और कई अधिकारियों पर कार्रवाई की। इससे यह स्पष्ट हो गया कि इंसाइडर ट्रेडिंग की गंभीरता को समझना और इसे रोकना कितना आवश्यक है।

इंसाइडर ट्रेडिंग और SEBI के नियम

इंसाइडर ट्रेडिंग को SEBI ने Prohibition of Insider Trading Regulations, 2015 के अंतर्गत अवैध घोषित किया हुआ है और इसमें सजा और जुर्माने का प्रावधान है।

अधिक जानकारी के लिए नीचे SEBI के लिंक पर क्लिक करें।

कंपनी के प्रबंधन से जुड़े व्यक्तियों के शेयर लेनदेन की जानकारी SEBI को देनी पड़ती है।

संदिग्ध लेनदेन पर SEBI निगरानी रखती है और कार्रवाई करती है।

कंपनियों के लिए यह नियम है कि उनकी गतिविधियाँ, जिनसे उनके स्टॉक का मूल्य प्रभावित हो सकता है, को तुरंत प्रचारित करना आवश्यक होता है ताकि इसका लाभ सभी निवेशकों को समान रूप से मिल सके।

अतिरिक्त उपाय और टिप्स, जिससे निवेशक इंसाइडर ट्रेडिंग के दुरुपयोग से बच सकते हैं।
  1. व्यापार पैटर्न का विश्लेषण: अचानक और असामान्य व्यापार गतिविधियों की पहचान करें, जैसे किसी विशेष व्यक्ति या समूह द्वारा बड़ी मात्रा में शेयरों की खरीद या बिक्री।
  2. सूचनाओं की जांच: यदि कंपनी के प्रमुख अधिकारियों ने महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं, तो उनके व्यापार को ट्रैक करें।
  3. फाइनेंशियल रिपोर्टिंग: यदि कंपनी की वित्तीय रिपोर्ट में विसंगतियाँ हैं, तो यह संदेह पैदा कर सकती हैं।
  4. नियामक निगरानी: SEBI जैसी नियामक संस्थाएँ नियमित रूप से बाजार की गतिविधियों की निगरानी करती हैं।
  5. सूचनाओं का स्रोत: मीडिया रिपोर्टिंग और पत्रकारिता से भी इनसाइड ट्रेडिंग की जानकारी मिल सकती है।

निष्कर्ष:

तो हमने जाना कि इनसाइड ट्रेडिंग क्या होती है और खुदरा निवेशक कैसे बच सकते हैं। आशा है हमारा यह सरल लेख आपको समझ में आया होगा। अगर ऐसा है, तो हमें अपने सोशल मीडिया पेज पर फॉलो करें और कमेंट करें। धन्यवाद!

अस्वीकृति: इस लेख में जिन फोटो और लोगो का उपयोग किया गया है, उन पर लेखक किसी प्रकार का दावा नहीं करता है और इनका स्वामित्व संबंधित वास्तविक मालिक के अधिकार में है।

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