Offline fraud2

Offline Fraud 2 Scam on Road

आज के ऑफलाइन स्कैम सीरीज़ “लेख संख्या 2” में हम बात करने वाले हैं ऐसे स्कैम की जिसमें “सड़क पर अपनी स्कूटी पर जा रहे बुजुर्ग व्यक्ति के साथ ठगी की गई।”

इतनी सफाई से ठगी को अंजाम दिया गया कि कुछ समझने से पहले ही बुजुर्ग से लगभग 5 लाख रुपये की ठगी कर ली गई।

जैसा कि मैंने पिछली पोस्ट में भी बताया था, अगर कोई अंजान व्यक्ति आपकी भावनाओं को ट्रिगर करता है, तो आपको तुरंत सतर्क हो जाना चाहिए और वहां से चुपचाप निकल जाना चाहिए। ऐसा करने से आप ठगी से बच सकते हैं।

Offline Fraud 2 Scam on Road कैसे अंजाम दिया गया?

“ऑफलाइन फ्रॉड की सीरीज़ का पिछला लेख पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।” https://www.mkfinblog.com/offline-fraud/

अगर आप मोटरसाइकिल पर जा रहे हों और व्यस्त चौराहे पर, जहां दिन में भीड़ कम हो जाती है ।

और वहां आस-पास पुलिस थाना हो और पास में ही कलेक्टर का निवास स्थान हो।

, ऐसी जगह पर अगर कोई व्यक्ति आपको रोकता है, तो आप रुक जाते हैं। क्योंकि ऐसी जगह पर आप खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं।

ठीक ऐसी ही जगह पर एक प्रतिष्ठित बिजनेसमैन के बुजुर्ग पिता अपनी बाइक से बाजार में कुछ काम से जा रहे थे।

उन्हें उसी चौराहे पर दो व्यक्ति रोकते हैं और उनसे कहते हैं, अंकल, आप कहां जा रहे हो?

बुजुर्ग ने जवाब दिया, “मैं बाजार में कुछ काम से जा रहा हूं।”

तभी उन दो व्यक्तियों में से एक कहता है, “अंकल जी, आप इतने गहने (सोने की चेन, 4-5 अंगूठियां) पहनकर बाजार जा रहे हो।

रास्ते में CBI के अधिकारी खड़े हैं, जो ऐसे गहने पहनकर जाने वाले लोगों को रोक रहे हैं और गहने ज़ब्त कर रहे हैं।

साथ ही, वे घर पहुंचकर छापा भी मार सकते हैं।”

यह सुनकर बुजुर्ग थोड़ी सोच में पड़ जाते हैं लेकिन उन्हें भरोसा नहीं होता। इसलिए वह उस रास्ते की ओर देखने लगते हैं।

तभी वहां दो और व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आते हैं और पहले से खड़े दोनों व्यक्तियों से कहते हैं ।

“भाईसाहब, आपने हमें बचा लिया। वरना हमारे गहने ज़ब्त हो जाते।”

वो अपनी गाड़ी के डिक्की में से पोटली निकालकर गहने वापस पहन लेते हैं। यह देखकर बुजुर्ग सोचते हैं, “यार, वास्तव में आगे कुछ हो रहा है।”

जो अधिकारी गहने पहनकर घूमने वालों को रोक रहे हैं, वे कह रहे थे कि उनकी 10 टीमें शहर के अलग-अलग इलाकों में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं।

कैसे इंसान के डर इमोशन को ट्रिगर करके ठगी की गई।

इतना सुनने के बाद बुजुर्ग का डर इमोशन ट्रिगर हो जाता है और ऐसी स्थिति में व्यक्ति वही करता है जो सामने वाला चाहता है।

यह सुनकर बुजुर्ग डर जाते हैं। और जब इंसान पर डर हावी होता है, तो वह अपनी समझ खो बैठता है।

इसी डर के कारण बुजुर्ग व्यक्ति ने भी अपना नियंत्रण खो दिया और ठगों से बोले, भैया, मुझे उनसे बचा लो।

इस पर ठग बुजुर्ग से कहते हैं, आप एक काम कीजिए। अपने गहने उतारकर हम आपको एक कागज़ की थैली दे रहे हैं। उसमें अपने गहने रखकर अपनी बाइक की डिक्की में रख लीजिए और आराम से अपना काम करने जाइए।

बुजुर्ग को लगा कि ऐसा करने में कोई हर्ज नहीं है। इसलिए उन्होंने अपनी सोने की चेन और अंगूठियां उतारकर ठगों को कागज़ की थैली में रखने के लिए दे दीं। इस दौरान ठग उन्हें बातों में उलझाकर गहनों की असली पोटली बदलकर दूसरी थैली बुजुर्ग को दे देते हैं।

जैसा कि मैंने पहले भी कहा, जब इंसान पर भावनाएं हावी होती हैं, तो वह अपनी समझ खो बैठता है। इस घटना में भी ऐसा ही हुआ। ठगों ने इस तरह से ठगी को अंजाम दिया कि बुजुर्ग यह भी नहीं सोच पाए कि उनकी गहनों की थैली बदल दी गई है।

उन्हें इसका पता तब चला जब वह बाजार से घर पहुंचे और थैली खोली। उसमें पत्थर निकले और कुछ नहीं।

यह एक सत्य घटना है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए आप बूंदी सिटी कोतवाली में इस प्रकरण की दर्ज FIR की जानकारी ले सकते हैं।

साथ ही यह घटना उस समय के प्रतिष्ठित अखबार दैनिक भास्कर में भी प्रकाशित हुई थी। चाहो तो उसे खोज कर देख लेना।

इस घटना से सीखने योग्य बातें:

  1. ठगों ने बुजुर्ग व्यक्ति को चुना – क्योंकि बुजुर्ग व्यक्ति की सोचने-समझने की क्षमता वैसे ही कम होती है।
  2. ठगी की जगह – उन्होंने ऐसी जगह चुनी जहां किसी को शक नहीं होता कि इस इलाके में ठगी हो सकती है।
  3. भावनाओं का खेल – ठगों ने पूरी प्रक्रिया में लालच, डर और दया जैसी भावनाओं को ट्रिगर करके ठगी की।

इसलिए, अगर आपको कहीं भी लगे कि कोई आपकी भावनाओं के साथ खेलने की कोशिश कर रहा है, तो समझ जाइए कि आपके साथ कुछ आर्थिक अपराध घटित होने वाला है।

सतर्क रहें और अपनी भावनाओं को नियंत्रित रखें।

और यदि आपके पास अनजान नंबर से फोन आता है और आपको डराया जाता है या लालच दिया जाता है, तो इसकी शिकायत आप राष्ट्रीय साइबर क्राइम पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं, जिसका लिंक यहाँ पर है।

https://cybercrime.gov.in

निष्कर्ष:

मेरा उद्देश्य आप लोगों को ऐसी ठगी की घटनाओं से रूबरू कराना है, ताकि आप जान सकें कि अपराधी ठगी को किस तरह अंजाम देते हैं।

धन्यवाद आपके कीमती समय के लिए। और हां, यदि लेख पसंद आया हो, तो हमें फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर पर फॉलो कर लें, ताकि हमारे आने वाले लेखों के अपडेट आपको मिलते रहें।

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